हरियाणा CM बोले- सरकार भी चलाणी जाणै सैं अर बलद बग्गी भी
हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने बुधवार को बैलगाड़ी की सवारी की। उनके साथ BJP के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली भी मौजूद रहे। सीएम ने इसकी वीडियो भी सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट की।
हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने बुधवार को बैलगाड़ी की सवारी की। उनके साथ BJP के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली भी मौजूद रहे। सीएम ने इसकी वीडियो भी सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट की। जिसके साथ उन्होंने लिखा- गरीब किसान के बेटे सरकार भी चलाणी जाणै सैं अर बलद बग्गी भी। सीएम सैनी बुधवार को जींद के निडानी गांव में शहीद कुलदीप मलिक के परिवार से मिलने पहुंचे थे।
जब सीएम यहां से निकले तो आगे रास्ते में उन्हें एक महिला बैल-बुग्गी (बैलगाड़ी) लेकर जाती दिखाई दी। ये देख सीएम ने अपना काफिला रुकवा लिया और बुग्गी में सवार हो गए। उनके साथ मोहन लाल बड़ौली भी बुग्गी में बैठ गए। सीएम करीब 500 मीटर तक बुग्गी में सवार रहे और महिला से बातचीत की। सीएम ने बारिश के बारे में पूछा तो महिला बोली- कम हुई सीएम सैनी ने महिला से पूछा कि वह खेत में पशुओं के लिए चारा लेने जा रही है। इस पर महिला संतोष मलिक ने कहा कि वह रोजाना दोपहर बाद खेतों में चारा लेने जाती है। इस दौरान सीएम ने बारिश के बारे में भी पूछा। संतोष ने कहा कि इस साल बारिश पिछले सालों की अपेक्षा कम हुई है। फसलों में पिछले साल वाली बात नहीं रही। इसके बाद सैनी ने कहा कि यदि कोई समस्या हो तो वह बता सकती है। महिला ने कहा कि कोई समस्या नहीं है। इससे पहले सीएम जम्मू में शहीद हुए CRPF के इंस्पेक्टर कुलदीप के घर पहुंचे।
यहां उन्होंने कुलदीप मलिक की फोटो पर पुष्प अर्पित करने के बाद परिवार से मुलाकात की। सीएम बोले- कुलदीप की शहादत बेकार नहीं जाएगी इस दौरान सीएम सैनी ने कहा कि हमारे नौजवान मजबूती के साथ आतंकियों का सामना करते हैं और देश की रक्षा करते हैं। कुलदीप मलिक बहादुर जवान थे, जो देश के काम आए। कुलदीप मलिक की शहादत बेकार नहीं जाएगी। जिस तरह से आतंकियों का सामना कुलदीप मलिक ने किया, उन्हें कुलदीप मलिक पर गर्व है। कुलदीप मलिक ने ग्रामीण परिवेश से निकलकर देश सेवा की, इसके लिए वह उन्हें नमन करते हैं। डीएसपी के पद पर पदोन्नत होने वाले थे कुलदीप कुलदीप मलिक जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के बसंतगढ़ इलाके में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। 54 वर्षीय कुलदीप मलिक जल्द ही डीएसपी के पद पर पदोन्नत होने वाले थे। 21 अगस्त को गांव में शहीद कुलदीप मलिक का पार्थिव शरीर पहुंचा था और सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया था।