हरियाणा में पारे में गिरावट जारी:24 घंटे में 1 डिग्री से अधिक गिरा तापमान; 31.0 डिग्री के साथ रोहतक का दिन सबसे ठंडा
हरियाणा में मौसम बदलाव की ओर है। बारिश नहीं होने के बाद भी दिन के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। 24 घंटे में सूबे के अधिकतम तापमान में 1 डिग्री से अधिक की गिरावट हुई है। रोहतक जिला ऐसा रहा जहां तापमान में सबसे अधिक देखने को मिली है। यहां अधिकतम तापमान 31.0 डिग्री तक पहुंच गया है।
हरियाणा में मौसम बदलाव की ओर है। बारिश नहीं होने के बाद भी दिन के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। 24 घंटे में सूबे के अधिकतम तापमान में 1 डिग्री से अधिक की गिरावट हुई है। रोहतक जिला ऐसा रहा जहां तापमान में सबसे अधिक देखने को मिली है। यहां अधिकतम तापमान 31.0 डिग्री तक पहुंच गया है। इसके अलावा सात ऐसे जिले रहे, जहां दिन का पारा 34 से कम रिकॉर्ड किया गया। सिरसा जिले के तापमान में भी गिरावट देखने को मिली है। यहां करीब 0,6 डिग्री की गिरावट आई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम में यह बदलाव जारी रहेगा।
आईएमडी चंडीगढ़ के निदेशक डॉ . सुरेंद्र पाल के अनुसार प्रदेश में 24 घंटे में रात के तापमान में की कमी देखने को मिल रही है। आगे यह बदलाव जारी रहेगा। आगे कैसा रहेगा मौसम मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा में अगले सात दिनों तक मौसम साफ रहेगा। बारिश होने के कोई आसार नहीं हैं। हालांकि मौसम में जो बदलाव हो रहे हैं, उससे रात के समय पाला गिरेगा, जिससे सुबह और शाम हल्की ठंड महसूस होगी। मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि आने वाले दिनों में दिन के साथ रात के तापमान में भी गिरावट आएगी। प्रदेश के लिए अच्छा रहा मानसून राज्य में मानसून का प्रदर्शन अब तक संतोषजनक रहा है।
कुल मिलाकर अब तक 424.6 मिमी बारिश के मुकाबले 406.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जो सामान्य से महज 4% कम है। यानी बारिश का कोटा लगभग पूरा हो चुका है।दूसरी ओर, अगर जिले के हिसाब से बारिश की स्थिति देखें तो 10 जिले ऐसे हैं, जिनमें 10 से 38% कम बारिश दर्ज की गई है। 12 जिलों में सामान्य से 10 से 71% अधिक बारिश हुई है। तीन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश इस बार मानसून सीजन नूंह, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ पर ज्यादा मेहरबान रहा। नूंह में सामान्य से 71 फीसदी, गुरुग्राम में 53 फीसदी और महेंद्रगढ़ में सामान्य से 43 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इन 3 जिलों में अत्यधिक बारिश हुई है।
हालांकि झज्जर, चरखी दादरी, रेवाड़ी, पलवल, सिरसा और कुरुक्षेत्र में भी सामान्य से अधिक बारिश हुई है। ये 3 जिले सबसे सूखे रहे हालांकि मानसून अब तक 10 जिलों में बारिश का कोटा पूरा नहीं कर पाया है, लेकिन सबसे अधिक बेरुखी करनाल, यमुनानगर और पंचकूला की रही। करनाल में सामान्य से 38 फीसदी, यमुनानगर में 33 फीसदी और पंचकूला में सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई है। मानसून कभी भी विदा हो सकता है, इसलिए इन जिलों के लिए बारिश का कोटा पूरा करना संभव नहीं लगता।